रिपोर्ट:मांगेराम गौर
रुड़की।मंगलौर मार्ग पर स्थित एक जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को प्रशासन के हस्तक्षेप के चलते बेरंग लौटना पड़ा। उक्त जमीन का वाद कमिश्नर कोर्ट में लंबित है । जिसमें एक अन्य व्यक्ति भी पार्टी है। जिसने धोखाधड़ी से जमीन अपने नाम करा ली है। फिलहाल प्रशासन ने जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है।
कस्बे के मंगलौर मार्ग पर स्थित काली मंदिर के समीप कुछ भूमि खाली पड़ी हुई है। पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कहना है कि उक्त भूमि उन्होंने नगर के एक व्यक्ति को काफी समय से किराए पर दे रखी है। रविवार को पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की ओर से उक्त भूमि पर टीम शेड लगा कर चाहरदीवारी का कार्य किया जा रहा था। वही एसडीएम विजयनाथ शुक्ला और सीओ बीएस चौहान ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर चैंपियन से वार्ता करते हुए जमीन के कागज मांगे कुंवर प्रणवसिंह चैम्पियन के दिखाए गए कागजों से प्रशासनिक अधिकारी सतुष्ट नही हुए एसडीएम विजय नाथ शुक्ला ने चैम्पियन को बताया कि इस जमीन का वाद कमिश्नर कोर्ट में विचाराधीन है। दोनों पक्षों में वार्ता होने के बाद यथास्थिति बनाए रखने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद आगे का निर्माण कार्य बंद करवा दिया गया। जिस पर चैंपियन वापस लौट गए। उधर पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कहना है कि कुछ साल पहले हल्का लेखपाल ने साठ गांठ कर उक्त भूमि पर विवाद पैदा किया गया है। उन्होंने बताया कि यह जमीन उनकी सम्पत्ति है। जब महल बना था तब इसमें पुजाय लगाए गए थे जिसमें बनी ईंटे महल में लगी है। ओर आज भी यह जमीन भट्टा के नाम दर्ज है। ओर 1952 से हमारे दादा जी के नाम चली आ रही है। पिछले तीस वर्षों से कस्बे का ही एक व्यक्ति को जमीन की देखभाल के लिये छोड़ा गया था। लेकिन कस्बे के जुल्फुकार ने प्रशासन से मिलकर 2022 में उक्त जमीन को अपने नाम करा लिया। आज हम वहां अपनी जमीन पर कब्जा करने गए थे। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इस जमीन का वाद कमिश्नर कोर्ट में चल रहा है। जिससे हम वापस आ गए और जिन लोगो ने धोखाधड़ी करके जमीन को नाम कराया है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उधर जुल्फुकार का कहना है कि यह जमीन 2022 से उनके नाम चली आ रही है।