आसान नहीं त्रिवेंद्र की राहे ।
नड्डा के फ्लॉप शो के बाद अब पीएम मोदी के रैली से चमत्कार की उम्मीदें।
चुनाव प्रचार से निशंक समर्थक गायब।
रिपोर्ट:अरूण कश्यप
हरिद्वार।तमाम तरह की अटकलों के बाद भाजपा ने दो बार के सांसद और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काट कर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली तक जाने का रास्ता दे दिया,
धीरे धीरे कांग्रेस सहित कई पार्टियों के दिग्गज नेताओ ने बीजेपी का दामन थाम लिया देखा जाए तो फिलहाल त्रिवेद्र सिंह को सीधे सामने से टक्कर दे सके इतना किसी का कद दिखाईं नही देता, ऊपरी तौर से राजनेतिक समीकरणों को देखने पर आसानी से कहा जा सकता है कि त्रिवेंद्र सिंह लाखो वोटो के अंतर से चुनाव जीतकर हरीद्वार लोक सभा सीट से दिल्ली तक का सफर तय करेंगे,लेकिन वास्तविकता इस धारणा से अलग नज़र आ रही है,अंदरुनी रूप से देखा जाए तो त्रिवेंद्र सिंह की राहें इतनी आसान नहीं है जितनी दिखाईं जा रही है,इसका उदाहरण हम शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ऋषिकुल मैदान में अयोजित कार्यक्रम में सभी देख चुके हैं, जिसकी आधे से ज्यादा खाली रही कुर्सियां आज भी सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है,
जिसको लेकर राजनैतिक गलियारों में चर्चाएं है कि भाजपा में अंदरुनी रूप से व्याप्त गुटबाजी के चलते राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में भीड़ नहीं जुट पाई,
और टिकट कटने से नाराज निशंक समर्थको ने अब चुनाव प्रचार से अघोषित दूरी सी बना ली है,
शायद इसी बात को गंभीरता से लेते हुए आला हाई कमान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा कुमाऊ से हटाकर हरिद्वार लोक सभा सीट के लिए समेट दिया,अब पीएम मोदी 11अप्रैलको ऋषिकेश के आईडीपीएल मैदान में आकर विशाल सभा को संबोधित करेंगे,
सूत्रों की माने तो अंदर खाने हो रहे इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए भी हाई कमान में सख्त आदेश जारी किए हैं ,त्रिवेंद्र सिंह को टिकट मिलने से नाराज भाजपा का दूसरा गुट इन दिनों केवल सोशल मीडिया और मीडिया में खबरें छपवाने के लिए ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं ,कई जिम्मेदार और भाजपा के कद्दावर स्थानीय नेता आम दिनों की तरह आम दिनों की तरह अपने रोजमर्रा के कार्यों में व्यस्त हैं देश के सबसे बड़े चुनाव से उन्हें कुछ लेना देना ही नहीं केवल पार्टी कार्यक्रमों में फोटो खिंचवाने ताकि सीमित रह जातेहैं
बात अगर पूरे लोक सभा क्षेत्र की करें तो भाजपा नेताओं को ये भी याद रखना होगा कि इस लोक सभा की 14 विधान सभा सीटों में केवल 6 विधान सभा सीटों पर ही उनके विधायक है ,
अभी भी खानपुर, ज्वालापुर, हरिद्वार ग्रामीण, लक्सर, भगवानपुर, मंगलौर आदि क्षेत्र भाजपा की दुखती रग है जहां भाजपा विरोधी वोट बैंक बड़े पैमाने पर निवास करता है,