*अब तक संभावित 3 करोड़ कांवड़ियों की संख्या दर्ज।
गणेश वैद
हरिद्वार। कांवड़ यात्रा के अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही धर्मनगरी हरिद्वार के हाईवे सहित सभी सड़कें, चौराहे जाम के जहां में जकड़ चुके है। आलम ये है कि शहर से निकलने वाले कांवड़िए मुख्य मार्गो पर लगे जाम के चलते अब रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए।
रविवार को तुलसी चौक से भीमगोड़ा तक का हाईवे पूरी तरह से जाम की गिरफ्त में रहा। फ्लाईओवर से लेकर सर्विस लेन व शहर की सभी प्रमुख सड़कें जाम के चक्र में फंसी रही। अभी यह हालात अगले दो दिन और रहने वाला है। 23 जुलाई बुधवार को जल चढ़ना है, जिसके चलते कांवड़ियों का अगले दो दिन तक धर्मनगरी में आने का सिलसिला लगातार जारी रहने वाला है। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर वाहन घंटो तक जाम में फंसे रहे।
वाहनों सहित डिवाइडर लांघते रहे कांवड़िए
ऋषिकेश की ओर जाने वाले कई कांवड़ियों ने हाईवे पर भारी जाम लगने के चलते अपने अपने दुपहिया वाहनों को एक दूसरे की मदद से डिवाइडर पार कर विपरीत दिशा से जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने लाठियां फटकारकर उन्हें वापिस खदेड़ा। जय जगह कांवड़िए पुलिस की नजर बचाकर जाने में कामयाब भी रहे।
रेलवे स्टेशन पूरी तरह पैक
तीर्थ नगरी में ट्रेन से आने वाले कांवड़ियो का सैलाब इस क़दर उमड़ा कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन का हर कोना पूरी तरह से पैक हो गया। लाखों की संख्या में आने वाले कांवड़ियों की व्यवस्था संभालने में जीआरपी सहित मेला ड्यूटी में लगे सुरक्षाकर्मियों के भी पसीने छूट गए।
ट्रैक पर आ पहुंचे कांवड़िए
जब हाईवे और शहर के अंदर के सभी मार्ग जाम हो गए तो ऐसे में हर की पैड़ी से निकलने वाले कांवड़ियों ने रास्ता ना मिलने के चलते रेलवे ट्रैक का रास्ता चुना। भारी तादात में एकाएक रेलवे ट्रैक पर पहुंचे कांवड़ियों को दुर्घटना की संभावना के चलते सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह समझा बुझाकर रेलवे ट्रैक से वापस भेजा।
प्रशासन के मुताबिक अब तक करीब 3 करोड़ कांवड़ियों ने हरिद्वार का रुख किया जबकि करीब 2 करोड़ कांवड़ियों के अगले 48 घंटो तक धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में सोमवार व मंगलवार को हरिद्वार में इससे भी ज्यादा जाम की स्थिति बन सकती है।