तो जांच में कैसे छूट गए बड़े कर्ताधर्ता !
परिवार वालो की थीं वो जमीन आला अधिकारियों से कराई साठ गांठ,
लिखी घोटाले की पटकथा।
रिपोर्ट ;दिशा शर्मा
हरिद्वार। हालांकि सराय स्थित नगर निगम के भूमि घोटाले की जांच विजिलेंस में गतिमान है, किंतु जांच की आंच में जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह के साथ-साथ एसडीम अजय वीर सिंह और पूर्व नगर आयुक्त इस वरुण चौधरी सहित आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी और अधिकारी सस्पैंड भी किए जा चुके है,
किंतु सूत्रों की मानें तो अभी भी इस जांच में कई ऐसे लोग हैं जो दायरे से बाहर बताए जा रहे हैं, सबसे बड़ी बात तो इस सौदे को करने वाले दलाल एक पटवारी और एक आला अधिकारी भी अभी तक जांच के दायरे से बाहर है ,
साथ ही सूत्रों की माने तो इस पटवारी के परिजन ही इस जमीन के असली मालिक है, जिन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से साठ गांठ कर भूमि खरीद और घोटाले की पूरी योजना बनाई और योजना में मुख्य किरदार रहे इस पटवारी का दूर-दूर तक कहीं कोई नाम नहीं ,
क्योंकि इसकेआका एक वरिष्ठ अधिकारी है ,वह भी इस डील में बराबर के हिस्सेदार थे । हालांकि जांच में अभी तक रजिस्टर कानूनगो पर भी गाज गिरी है,
किंतु जिन जिन पटवारी ने यह रिपोर्ट दाखिल की उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है,