काम नहीं आई पूर्व नगर आयुक्त की घुड़की,
जांच हुई तो चार हुए सस्पैंड
रिपोर्ट:दिशा शर्मा
हरिद्वार नगर निगम में उपजा घोटाले का जिन्न अब चार अधिकारियों की बलि चढ़ा गया,
जबकि अभी भी कुछ बड़ी मछलियों के भ्रष्टाचार के बुने जाल में फंसने के कयास लगाए जा रहे हैं,
सराय में स्थित जमीन घोटाले वाले मामले में शासन द्वारा कराई गई जांच में सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल को भी सस्पैंड कर दिया गया है,
साथ ही अधिशासी अभियंता आनंद मिश्रवान , एक जूनियर इंजीनियर तथा क़र अधीक्षक को भी ससपेंड किया गया है।
साथ ही रिटायरमेंट के बाद सेवा विस्तार पाए लिपिक वेदपाल का सेवा विस्तार बीच में ही समाप्त क़र दिया गया है।
अभी तक केवल नगर निगम तक सीमित इस मामले में जांच की आंच तहसील हरिद्वार तक भी आती नजर आ रही है,
क्योंकि खरीदी गई भूमि का लैंड यूज बदलने से अब तहसील प्रशासन की कार्यशैली भी संदेह के घेरे में है।
सूत्रों की माने तो इस मामले की यदि ठीक से जांच हुई तो इसकी गाज बड़े स्तर पर भी पड़ेगी, तथा यह मामला और कई अधिकारियों के गले की फांस भी बन सकता है,