चंडीघाट के पास रिवर ड्रेजिंग करना जिला प्रशासन की है विवशता।
रिपोर्ट:अरूण कश्यप
हरिद्वार। कल यानि 26 जून को जिला प्रशासन की ओर से विज्ञप्ति जारी कर चंडीघाट के समीप रिवर ड्रेजिंग के माध्यम से मलबा सफाई के लिए ठेकेदारों को आमंत्रित किया था,
जिसके बाद तुरंत ही प्रतिक्रिया देते हुए मातृ सदन के परममाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने सोशल मीडिया के माध्यम से इसका विरोध जताया था,
वही दुसरी ओर जानकारी देते हुए जिला खान अधिकारी मोहम्मद काजिम ने बताया कि ये रिवर ड्रेजिंग यहां करना जिला प्रशासन की विवशता भी है,
क्योंकि भुवनचंद्र पोखरिया नाम के एक वयक्ति ने नैनीताल हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर कहा था कि
हरिद्वार और नैनीताल की नदियों में तल पर बड़े पैमाने पर मलबा जमा है
भविष्य में किनारों को खतरा हो सकता है और जन और धन हानि भी संभव है,
इसके लिए नैनीताल हाई कोर्ट की ओर से 14 अगस्त 2023 को एक आदेश भी पारित किया गया जिसके बाद
मार्च 2024 में डीएम हरिद्वार द्वारा अपना पक्ष रखते हुए शीघ्र ही रिवर ड्रेजिंग कराए जाने की बात कही गई थी।