हरिद्वार: गजराज ने फिर एक को उतारा मौत के घाट, दूसरे को पहुंचाया अस्पताल तो तीसरा भागा।
रिपोर्ट :संजीव कुमार!
हरिद्वार : मॉर्निंग वॉक पर जा रहे एक ग्रामीण की हाथी ने हमला करके जान ले ली तथा दूसरा गंभीर हालत में है,भगवानपुर क्षेत्र के गांव हरिपुर टोंगिया मॉर्निंग मैं हुई इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंभ मच गया।
आज सुबह तीन ग्रामीणों पर हुए हाथी के हमले से लोगो में वन विभाग के खिलाफ बेहद रोष है,
हमले के शिकार तीसरे व्यक्ति ने किसी तरह भाग कर जान बचाई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल रुड़की भिजवाया है। वही घायल व्यक्ति को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह बुग्गावाला थाना क्षेत्र के हरिपुर टोंगीया गांव निवासी मास्टर रविंद्र सिंह, धर्म सिंह और गोवर्धन सिंह मॉर्निंग वॉक के लिए बिहारीगढ़- बंदरजूड़ मार्ग की तरफ जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें एक जंगली हाथी ने घेर लिया, इस दौरान गोवर्धन सिंह ने तो भाग कर किसी तरह अपनी जान बचा ली, लेकिन धर्म सिंह पुत्र तेलूराम (60) को हाथी ने पटक-पटक कर बेरहमी से मार डाला। वहीं रविंद्र सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसको उपचार हेतु एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।जानकारी मिलते ही परिजन व ग्रामीण घटनास्थल पर पहुँचे तथा सुचना मिलते ही बुग्गावाला पुलिस भी मौके पर पहुंची। घण्टो बीत जाने के बाद भी वन विभाग का कोई कर्मचारी या अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। जबकि घटनास्थल से वन कार्यालय रेंज खानपुर सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है। जिससे साबित होता है कि वन विभाग कितना लापरवाह बना हुआ है।
वही भारतीय किसान यूनियन क्रांति के कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभाल कर वन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए। और वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर मृतक तथा घायल व्यक्ति के लिए मुआवजे की मांग की।
बुग्गावाला क्षेत्र के जंगल से सटे गांव में वन विभाग की अनदेखी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ग्रामीणों की मौत के तौर पर वन विभाग की लापरवाही सामने आती रही है।
विगत दिनों क्षेत्र के बंदरजूड़ गांव में एक व्यक्ति को हाथी ने बेरहमी से मार डाला था, जिनके परिजन मुआवजे के लिए वन विभाग के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
यही नहीं इसके अलावा क्षेत्र के बुधवाशहीद, नौकर ग्रन्ट, बंजारेवाला, रसूलपुर टोंगिया, मुजाहिदपुर सतीवाला जैसे कई गांव में हाथी के हमले से ग्रामीण अपनी जान गवां चुके हैं। इसके बावजूद भी वन विभाग कुंभकरणीय नींद सोता नजर आ रहा है। अब देखने वाली बात होगी की इस मौत से वन विभाग की आंख खुलती है या ऐसे ही इस मौत को भी नजर अंदाज कर कुंभकरणिय नींद सोते रहेंगे।
वहीं भारतीय किसान यूनियन क्रांति के पदाधिकारी के सक्रिय होने के बाद वन विभाग की टीम रुड़की अस्पताल पहुंचे और मृतक युवक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वाशन दिया।