डॉक्टर सुमंतु बिर्मानी लालच के चलते अस्पताल से छुट्टी कराकर घर में कर रहे थे ईलाज,
परिजनों से खसौट लिए लाखों,
कही इनेथिसिया की ओवरडोज तो नहीं बनी मौत का कारण।
लापरवाही और हत्या का आरोप, हिंदुस्तान लीवर के कर्मचारियों का उग्र प्रदर्शन!
रिपोर्ट:अरुण कश्यप!
हरिद्वार। हरिद्वार में शुक्रवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब हिंदुस्तान यूनिलीवर के सैकड़ों कर्मचारियों ने रानीपुर मोड़ स्थित एक डॉक्टर के घर के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
मिली जानकारी के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पूर्व सिडकुल क्षेत्र के दीप गंगा अपार्टमेंट के पास हिंदुस्तान यूनिलीवर में कार्यरत श्रीचंद सड़क हादसे में घायल हो गया था। हादसे में उसके पैर में फ्रैक्चर हुआ था। प्रारंभिक उपचार के लिए उसे सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों का आरोप है कि इलाज कर रहे डॉ. सुमनतु विरमानी ने लालच में आकर मरीज को अपने घर शिफ्ट कर लिया और वहीं इलाज शुरू कर दिया। पहले डॉक्टर ने ₹50,000 की मांग की, लेकिन बाद में राशि बढ़ाकर ₹70,000 कर दी गई। इससे पहले परिजन सिटी अस्पताल मे भी लाखों खर्च कर चुके थे,
परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने एनेस्थीसिया की ओवरडोज देकर श्रीचंद की जान ले ली।
घटना से गुस्साए हिंदुस्तान यूनिलीवर के कर्मचारियों ने डॉक्टर के घर के बाहर जमकर नारेबाजी की और जिला प्रशासन के खिलाफ भी विरोध जताया। मौके पर कांग्रेसी नेता वरुण बलियान भी पहुंचे और परिजनों का समर्थन किया।
कर्मचारियों और परिजनों की मांग है कि मृतक के परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार सचिन कुमार मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों से वार्ता की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका धरना जारी रहेगा।
फिलहाल पुलिस ने क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है और हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है।