हर की पैड़ी पर सुशांत धरामी के छोले-कुलचे बने भीड़ का आकर्षण।
रिपोर्ट:अरुण कश्यप!
हरिद्वार। हर की पैड़ी आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए छोले-कुलचे का स्वाद एक अलग ही अनुभव है। यहां सुबह 5 बजे से 9 बजे तक जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ती है, और इसका कारण हैं सुशांत धरामी के छोले-कुलचे।
सुशांत धरामी पिछले लगभग 25 वर्षों से हर की पैड़ी के पास अपना ठेला लगाकर लोगों को स्वादिष्ट छोले-कुलचे परोस रहे हैं। उनकी खासियत यह है कि न केवल स्थानीय लोग बल्कि दूर-दराज से आए श्रद्धालु और पर्यटक भी उनके छोले-कुलचे का स्वाद लिए बिना वापस नहीं लौटते।
यूट्यूब और सोशल मीडिया पर भी सुशांत धरामी की लोकप्रियता कम नहीं है। अब तक उनके छोले-कुलचे पर दर्जनों वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिससे वे लाखों रुपये भी कमा चुके हैं।
हर की पैड़ी पर सुशांत धरामी का छोले-कुलचे का स्टॉल स्वाद, परंपरा और पहचान का प्रतीक बन चुका है।