डीएम के दरबार तक पहुंचा अजीतपुर के शमशानघाट का मामला
रिपोर्ट:दिशा शर्मा!
हरिद्वार । अजीतपुर में शमशान घाट निर्माण का मामला अब डीएम दरबार तक पहुंचा है,
पिछले काफी समय से अजीतपुरवासी कर रहे श्मशान घाट के निर्माण की मांग कई गांवों का एक ही श्मशान घाट होने के कारण होती है शवों की अंत्येष्टि में काफी परेशानी ।
हरिद्वार। पिछले लंबे समय से अजीतपुर वासी श्मशान घाट निर्माण की मांग कर रहे हैं इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी को कई बार गुहार भी लगाई है। सोमवार को भी अजीतपुर के ग्रामीण युवाओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के जनता दरबार में पहुंचकर श्मशान घाट निर्माण कार्य शुरू कराई जाने की गुहार लगाई। इसके बाद जिलाधिकारी ने पूर्ण आश्वासन दिया है कि जल्दी ही श्मशान घाट का निर्माण कार्य पूरा होगा। आपको बता दें की नमामि गंगे योजना के तहत अजीतपुर में गंगा तट पर श्मशान घाट निर्माण कार्य नमामि गंगे योजना के तहत शुरू किया गया था किंतु निकटवर्ती एक भूमाफिया के दखल के बाद श्मशान घाट निर्माण को बीच में ही रोक दिया गया जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है क्योंकि बरसात के मौसम में यहां शवों की अंत्येष्टि करना लगभग नामुमकिन हो जाता है। अजीतपुर के ग्रामीण मनोज कुमार ने बताया कि इस बार हमने तीसरी बार जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है ताकि वह हमारे निर्माणाधीन शमशान घाट का कार्य जल्दी से जल्दी शुरू हो सके। मनोज कुमार ने बताया कि यह शमशान घाट केवल ग्राम अजीतपुर का ही नहीं बल्कि आसपास के गांव पंजहेडीड,किशनपुरा तथा जियापोता का भी है इसीलिए इसकी महत्ता ज्यादा बढ़ जाती है किंतु पास ही एक बड़े भूमिया की सैकड़ों बीघा जमीन पड़ी हुई है जिस पर वह एक बड़ा रिसोर्ट बनाना चाहता है उसी के चलते यह शमशान घाट निर्माण कार्य रोका गया। मनोज कुमार ने बताया कि हम सब लोग अंत समय तक प्रयास करेंगे और किसी भी सूरत में श्मशान घाट का निर्माण कार्य शुरू कर ही दम लेंगे। गुहार लगाने वालों में अरविंद कश्यप समेत आदि शामिल रहे। सोमवार की सुबह ग्रामीणों की गुहार के बाद तहसीलदार के नेतृत्व में टीम भेजी गई थी जिन्होंने निरीक्षण किया है। यह जांच टीम अपना रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।