चार दिनों से रेंगिस्तान बनी है हरिद्वार की सड़के,
रविवारों को भी फैला है जाम का झाम।
रिपोर्ट: दिशा शर्मा
हरिद्वार।हरिद्वार में पिछले चार दिनों से सड़को पर वाहन चल नहीं बल्कि रेंग रहे हैं।
हाइवे हो या गलियां—हर ओर जाम का अंधड़ हैं, जहां वाहन रफ्तार नहीं, बल्कि सब्र से चल रहे हैं। बहादराबाद से लेकर रायवाला तक, हर कोना रफ्तार के नाम पर मज़ाक बन चुका है।
सबसे भयानक नज़ारा हर की पैड़ी के सामने वाले नेशनल हाईवे पर देखा जा रहा है। सिर्फ 3 किलोमीटर का फासला तय करने में 2 –2 घंटे तक का समय लग रहा था ।
ट्रैफिक पुलिस, सीपीयू और प्रशासन मुस्तैद है, पर हालात काबू से बाहर नजर आ रहे हैं। प्रयासों का असर ट्रैफिक में कहीं नजर नहीं आ रहा।
*आखिर क्या है वजह जाम की*
श्रद्धालुओं और पर्यटकों की बढ़ती भीड़
सड़क पर मनमाने तरीके से खड़े वाहन
ट्रैफिक कंट्रोल के साधनों की कमी
वैकल्पिक मार्गों की अनुपलब्धता
शहरवासी बोले:
> “हर दिन ऑफिस पहुंचने में दो-दो घंटे लग रहे हैं। यह जाम नहीं, यातना है।”
– राजीव मेहता, स्थानीय निवासी
> “यात्रियों का हर की पैड़ी पहुंचना मुश्किल हो गया है, प्रशासन को कड़े कदम उठाने चाहिए।”
– पूजा रावत, ऑटो चालक
🚨 प्रशासन के प्रयास
पुलिस विभाग का कहना है कि अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है और ट्रैफिक को डायवर्ट करने की योजना पर काम चल रहा है। लेकिन फिलहाल जनता को जाम के इस महासमर में खुद ही धैर्य रखना होगा।
📢 अब सवाल ये—कब मिलेगी राहत?
क्या हरिद्वार की पवित्र धरती को ‘जाम-मुक्त’ यात्रा का वरदान मिलेगा, या श्रद्धालु और नागरिक यूं ही ट्रैफिक की तपस्या करते रहेंगे?