कलमा पढ़वाया,पेंट उतारी और दी ,दर्दनाक मौत,
रूह को कंपा देने वाला नृशंस नर संहार ।
जिहाद के खिलाफ सही समय:वालिया
रिपोर्ट :दिशा शर्मा
J/k: कश्मीर में हिंदुओं की धर्म के नाम पर हत्याएं होना आम बात सी हो गई है, जिसे अधिकांश देशवासी बड़ी सहजता से स्वीकार भी करने लगे हैं, कुछ भोग विलासिता के कारण कुछ नहीं बोल पाते तो कुछ अपने नजदीकी विशेष धर्म के लोगों से भाईचारा निभाने के लिए चुप्पी साध लेते हैं, ताकि उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इस मामले के बाद अब उत्तराखंड के बजरंग दल ने प्रदेश भर के नागरिकों से जिहाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है,
बात मंगलवार को हुई इस बड़ी घटना की करते हैं, जिसमें हैवानियत म की सभी हदें पार कर दी गई ,
पहलगाम में एक नहीं बल्कि 28 हिंदू सैलानियों की हत्या बड़ी ही बेरहमी से इसलिए कर दी गई,क्योंकि वो मुसलमान नहीं थे,
आपको बता दें कि पहलगाम एक बड़ा पर्यटक स्थल है जो अब आतंकी हमले से सुरक्षित समझा जाता था,
इसी का फायदा उठाते हुए पहलगाम की धरती पर एक ऐसे नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया गया जो शायद इतिहास में पहली बार हुआ है ,
एक दो नहीं बल्कि 28 गैर मुस्लिमों को केवल इसलिए मारा गया क्योंकि वो मुसलमान नहीं थे,
समाचार एजेंसियों की माने तो आतंकियों का मकसद कश्मीर में फिर से अशांति का माहौल पैदा करना है, जिस तरह से गैर मुसलमानों को चुन चुन कर मर गया है उस देश भर में आतंकवाद और इस प्रकार के जिहाद के प्रति बड़ा उबाल है
बातचीत के दौरान बजरंग दल के प्रदेश संयोजक अनुज बलिया ने अपना अंदरूनी दर्द बयान करते हुए कहा कि यह समय ऐसी वारदातें हमें दिखाती है कि देशभर में कई जगह छोटे-छोटे कश्मीर बन गए हैं जो किसी भी समय धर्म की आड़ में इस तरह की नर्सों शक्तियों हत्या करने के लिए तैयार है यह घटना हमें सिखाती है कि हम सभी को एकजुट होकर जिहाद के खिलाफ खड़ा होना होगा
वरना जो हाल कल पहलगाम में हुआ वही माहौल कुछ समय के बाद हमारे घर के आसपास भी बनेगा और हमारे आने वाली पीढ़ी को चुन चुन कर गैर मुस्लिम होने का दंड उन्हें मार कर दिया जाएगा।