
14 अप्रैल को सीएम धामी ने भेल केंद्रीय विद्यालय पहुंच किया था वादा,,,,
अब निभाने को है तैयार।
रिपोर्ट दिशा शर्मा
हरिद्वार। 14 अप्रैल को भेल के केंद्रीय विद्यालय में डॉ भीमराव आंबेडकर महामंच के बैनर तले हुए भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की थी कि डॉ. बीआर अंबेडकर समरसता स्मारक बनाया जाएगा, अब स्मारक के लिए जमीन की तलाश शुरू हो गई है। हरिद्वार के पुल जटवाड़ा, नेशनल हाईवे और भेल के आसपास जमीन की तलाश की है। जमीन का प्रस्ताव सीएम धामी की कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा। यहां से स्मारक को हरी झंडी मिलते ही कार्य शुरू किया जाना है।
एससी आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार और राज्यमंत्री सुरेंद्र मोघा ने हरिद्वार में तीन स्थानों पर जमीन का चिन्हीकरण किया है। किस स्थान को स्मारक के लिए अनुमति मिलेगी। इसका आखिरी फैसला सीएम धामी स्तर से ही होना है। पशु कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मोघा ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भेल में 14 अप्रैल को हुए विशाल कार्यक्रम में मंच से हरिद्वार में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का ऐतिहासिक समरसता स्मारक बनाने की घोषणा की थी।
भाजपा सरकार का बाबा साहेब समरसता स्मारक बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम है। कहा कि सरकार का दृष्टिकोण न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों का वैश्वीकरण करना है, जिसके लिए बाबासाहेब ने समाज के सभी वर्गों के लिए सामाजिक न्याय स्थापित करने और हर इंसान के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार करने के लिए जीवन भर संघर्ष किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दलित समुदाय की विरोधी नहीं हैं। भाजपा संविधान में विश्वास रखती है। सरकार दलित समाज के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। भारत के संविधान के प्रमुख वास्तुकार डॉ. बीआर अंबेडकर का दिव्य और भव्य समरसता स्मारक बनने से हरिद्वार को एक अलग पहचान मिलेगी। इसके साथ यहां पर काफी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। कहा कि मुझे यकीन है कि डॉ. अंबेडकर स्मारक समुदाय को एक साथ आने, जश्न मनाने, शिक्षित करने और गर्व के साथ सामूहिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए एक साझा आधार प्रदान करेगा। इस दौरान