पाल स्टोन क्रेशर के आसपास अवैध खनन का महाभारत।
25– 25 फीट गहराई तक से खोद डाली पंचायत भूमि !
रिपोर्ट दिशा शर्मा
हरिद्वार ! कायदे और कागजों में हरिद्वार में खनन भले ही बंद हो लेकिन सफेद सोना कहे जाने वाले हरिद्वार के खनन पर कभी लगाम नहीं लगती ।
सीधे तौर से यदि गंगा नदी से खनन नहीं कर सकते तो खनन माफियाओ में पंचायत भूमि पर ही कहर बरसा दिया ।
खनन माफियाओं का कहर पिछले लंबे समय से बिशनपुर कुंडी के पास स्थित पाल स्टोन क्रेशर के आसपास पंचायत भूमि पर बरस रहा है ,जहां 25-25 फीट गहराई तक अवैध खनन कर खनन सामग्री क्रेशर के भीतर डाली गई है,
हालांकि इस अवैध खनन से माफियाओ ने भले ही लाखों रुपए का राजस्व चोरी कर अपनी तिजोरिया भर ली होगी, लेकिन अवैध खनन के बाद दर्जनों फीट तक बर्बाद कर दी गई इस पंचायत भूमि की पूर्ति कभी नहीं हो सकती । अधिकारियों की माने तो अवैध खनन पर पूरी तरह लगाम लगी हुई है लेकिन यह लगाम केवल सरकारी फरमानों तक ही सीमित है वास्तविकता में अवैध खनन का वह नंगा नाच होता है जो शायद कहीं और देखने को ना मिलता।
पाल स्टोन क्रेशर के आसपास की ताजा तरीन फोटो से आप अंदाजा लगा सकते हो कि अवैध खनन कितने बड़े पैमाने पर चलाया गया होगा ।हालांकि यदि अधिकारी चाहे तो पाल स्टोन क्रशर पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी प्रमाणिता के लिए निकलवा सकते हैं किंतु अधिकारी शायद ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि मेलजोल भी तो जरूरी है।