लक्सर मार्ग पर अवैध होर्डिंग्स का पूरा साम्राज्य।
रिपोर्ट :दिशा शर्मा
हरिद्वार। हरिद्वार लक्सर मार्ग पर पिछले लंबे समय से अवैध होर्डिंग्स का पूरा साम्राज्य स्थापित है,
यहां अवैध होर्डिंग्स की भरमार है और जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं। बिना अनुमति के ही अवैध रूप से तमाम होर्डिंग लगाकर सरकार को लाखों करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। मगर इस अंधेरगर्दी पर विभाग सोया हुआ है। कमाई के इस खेल में जिम्मेदार बेखबर हैं। हरिद्वार की सीमा शुरू होते ही यह सिलसिला शुरू हो जाता है और पुरकाजी तक इसी तरह की भरमार है। लक्सर रोड देश रक्षक तिराहे से लेकर पुरकाजी तक अवैध होर्डिंग लगे हुए हैं। आखिर राजमार्ग खंड के अधिकारी इस पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं और ऐसा करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। इसको लेकर सवालिया निशान लग रहे हैं। राजमार्ग हरिद्वार लक्सर पुरकाजी पर देश रक्षक तिराहे से लेकर लक्सर और फिर पुरकाजी तक सैकड़ो अवैध होर्डिंग बिना अनुमति के ही लगाकर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। कई जगह पर अवैध होर्डिंग्स सड़क मार्ग के बिल्कुल करीब लगाई गई है। ऐसे में वाहन दुर्घटनाएं भी होती है। बड़ी दुर्घटनाओं के होने का भी खतरा बना रहता है। कई बार ऐसा हो भी चुका है। बिना अनुमति होर्डिंग लगाकर विभाग को लाखों करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। क्योंकि शहर में नगर निगम और नगर पालिकाए होर्डिंग के लिए हर साल करोड रुपये का टेंडर छोड़ती है। होर्डिंग के जरिए सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व मिलता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हाईवे पर होर्डिंग बिना अनुमति के कौन लग रहा है और किसकी शह पर इनको लगाया जा रहा है। बड़ा सवाल यह है कि राजमार्ग खंड के अधिकारी भी अक्सर यहां से गुजरते रहते हैं। मगर बावजूद इसके अवैध होर्डिंग की अनदेखी की जा रही है। आखिर ऐसा क्यों किया जाता है। यह बात भी कहीं और ही इशारा कर रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर राजमार्ग खंड के अधिकारी कब तक इन अवैध होर्डिंग्स पर कार्रवाई करते हैं। या फिर इस मामले को ठंडे बस्ते में डालकर अवैध होर्डिंग लगाने वाले लोगों की बल्ले बल्ले की जाती रहेगी।
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*क्या कहते हैं अधिकारी*
राजमार्ग खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता सुरेश तोमर का कहना है कि आप ही के माध्यम से यह जानकारी संज्ञान में आई है। यह बड़ा मामला है। टीम भेजकर सर्वे कराते हुए जांच कराई जाएगी। इसके बाद अभियान चलाकर होर्डिंगों को हटाया जाएगा और इन्हें लगाने वाले लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। अगर फिर भी कोई होर्डिंग्स लगाता हुआ मिलता है तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।