देवभूमि के साथ-साथ खेलभूमि बना उत्तराखंड- अमित शाह, 38वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग समापन
रिर्पोट दिशा शर्मा
हल्द्वानी। उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुक्रवार को भव्य समापन समारोह के साथ हुआ। इस आयोजन में देशभर की सांस्कृतिक धरोहरों का जीवंत प्रदर्शन किया गया, जिसमें बॉलीवुड गायक सुखविंदर सिंह और कुमाऊंनी लोक कलाकार श्वेता महारा और गोविंद दिगारी ग्रुप के कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इस दौरान उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक भी देखने को मिली।
समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफियां प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया और उत्तराखंड सरकार को प्रदेश को देवभूमि के साथ-साथ खेलभूमि बनाने के प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, यह आयोजन न केवल उत्तराखंड की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम कर रहा है, बल्कि पूरे देश में खेलों के प्रति उत्साह को भी नया आयाम दे रहा है।
महान एथलीट और एआईओ की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी समारोह में शिरकत की और खेलों की सफलता के लिए उत्तराखंड सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा, हमारे खिलाड़ियों ने अपनी शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन किया, और इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार को बधाई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इस आयोजन की सफलता में उनका योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण था।
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए बधाई दी और कहा, उत्तराखंड अब देवभूमि के साथ-साथ खेलभूमि भी बन चुका है। यह आयोजन भारतीय खेलों को एक नई दिशा देने की शुरुआत है, और हम इस मिशन में भारतीय खिलाड़ियों को दुनिया में शीर्ष पर देखना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा, उत्तराखंड के लिए यह एक सौभाग्य की बात है कि राज्य में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ। इस बार के खेलों का आयोजन श्ग्रीन गेम्सश् की थीम पर हुआ, जो पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य में खेल वन की स्थापना की जाएगी।
उत्तराखंड ने इस आयोजन में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 102 पदक जीते, जिनमें गोल्ड भी शामिल है। मुख्यमंत्री धामी ने देवभूमि से जुड़े रहने की अपील की और राज्य की ओर से पूरी दुनिया को एक मजबूत संदेश दिया।
समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सेकेंड रनर-अप की ट्रॉफी हरियाणा के संदीप कुमार को, फर्स्ट रनर-अप महाराष्ट्र के नामदेव श्रीयंकर को, और ओवरऑल चौंपियन सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के कमोडोर वरुण सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया।
समारोह के दौरान एआईओ की अध्यक्ष पीटी उषा ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन की घोषणा की, और राष्ट्रीय खेलों का ध्वज मेज़बान राज्य मेघालय के मुख्यमंत्री को सौंपा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा, आज हम स्व. सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। साथ ही, पुलवामा हमले में शहीद हुए हमारे वीर जवानों की भी याद आई। उनके बलिदान के बाद भारत ने एयर स्ट्राइक कर आतंकवादियों को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, खेल में हार-जीत कोई मायने नहीं रखती, असली जीत तो संघर्ष और निराशा से ऊपर उठने में है।
अंत में गृहमंत्री ने कहा, मेघालय में राष्ट्रीय खेलों का अगला संस्करण शानदार होगा। सरकार खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए काम कर रही है और भारतीय खेलों का भविष्य उज्जवल है।