गजब:ग्रामीण सड़को को तरसे और भू–माफियाओ की
चांदी,
रिपोर्ट: दिशा शर्मा
हरिद्वार।हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत के विधायक निधि और उनके प्रस्तावों पर हुए विकास कार्य आमतौर पर दिखाई नहीं पड़ते।
इक्का दुक्का कही कही ही उनकी प्रस्तावना के बोर्ड देखने को मिलते है,लेकिन जिसका पूरा ठीकरा वो प्रदेश की बीजेपी सरकार और पूर्व विधायक और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद पर फोड़ती हुई अपनी सभाओं में नजर आ जाती है।
लेकिन उनकी प्रस्तावनाओं पर जो काम हुए भी हैं उनमें में जनहित कम और व्यक्ति विशेष के निजी हित ज्यादा नजर आते हैं,हाल ही में उनकी प्रस्तावना पर करीब पचास लाख की लागत से बनाएं जा रहे एक इंटरलॉकिंग टाइल्स मार्ग का मामला सामने आया है,जिसमें भले ही प्रदेश की जनता की गाढ़ी मेहनत की कमाई के पचास लाख रुपए खर्च किए जा रहे हो लेकिन इससे किसी भी प्रकार का कोई भी जनहित नजर नहीं आता।
क्योंकि इस किलोमीटर के मार्ग पर एक भी घर या आबादी नहीं है।हा इस सड़क के बन जाने से भू–माफियाओ की चांदी कटनी तय है ,क्योंकि खेतों के बीच से बनाई जा रही इस सड़क पर कोई एक घर भले ही ना हो लेकिन इस सड़क के बन जाने से अब यहां अवैध कॉलोनियो के बनने की अपार संभावना बन गई है,
चर्चा है कि इन्हीं कुछ भू_ माफियाओ की शह पर इस सड़क को बनवाया जा रहा है,
ताकि यहां खेती की भूमि को तहस नहस कर यहां आसमान चूमती कीमतों वाली कॉलोनी बनाई जा सके,
आपको बता दें कि जगजीतपुर स्थित मेडिकल कॉलेज के पास से मिश्रपुर गंगा घाट तक जाने वाले इस मार्ग पर केवल एक छोटा सा आश्रम है जिसमें दो चार संत ही रहते हैं, और अभी तक ये क्षेत्र भू –माफियाओ की पहुंच से भी बाहर था क्योंकि खेतों के बीच केवल खेतों तक जाने के लिए एक कच्ची चकरोड ही थी , लेकिन इस सड़क के निर्माण के साथ ही यहां की खेती की जमीनों के दाम भी यकायक बढ़ने लगे हैं, इस बात से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह क्षेत्र आने वाले दिनों में भू माफियाओ का गढ़ बन जाएगा,
जिसका सारा श्रेय हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत को जाना तय है,
इस सड़क निर्माण से तय है कि इस सड़क का निर्माण केवल भू माफियाओ को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से ही कराया जा रहा है, क्योंकि इस एक किलोमीटर की सड़क पर एक भी घर नहीं,
तो वही दूसरी ओर हरिद्वार ग्रामीण में ही कई जगह ऐसी भी हैं जहां हजारों लोग जीवन की तीसरी सबसे बड़ी जरूरत यानि सड़को को तरस रहे हैं,
लेकिन विधायक अनुपमा रावत को उन लोगों की फरियाद सुनाई नहीं दी जिन्होंने उन पर विश्वास कर उन्हें अपना विधायक चुना,
जितनी लागत से इस एक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है उतनी धनराशि से ग्रामीण क्षेत्रों में दस नए मार्गों का निर्माण हो सकता था, लेकिन फिर ये भी सही है कि भू माफियाओ को फायदा कैसे पहुंचता,,,,,
49लाख 22 हजार से हो रहा है सड़क निर्माण
प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सतीश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस इंटरलॉकिंग टाइल्स के मार्ग का निर्माण राज्य योजना 2023 –24 के तहत हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत के प्रस्ताव पर हो रहा है यह सड़क 49 लाख 22हजार रुपए की लागत से बनाई जा रही है, इसका निर्माण का शिलान्यास सितम्बर 2024 में हुआ था जिसे दिसंबर 2024 के अंत तक पूर्ण करना है, इस मार्ग की लंबाई 875 मीटर है,
मेरी ओर से 69 प्रस्ताव मुख्यमंत्री को दिए गए थे, उसके बाद सर्वे करना तो कार्य दाई संस्था का काम है उन्हें जन जरूरत के हिसाब से ही कार्य करना चाहिए था ,इसके अलावा इस मार्ग पर किसानो के खेत तो है ही ना वह भी तो अपने खेतों तक जाते हैं,
अनुपमा रावत
विधायक हरिद्वार ग्रामीण
इस कार्य की प्रस्तावना हरिद्वार ग्रामीण विधायक द्वारा की गई थी, ये कार्य स्वीकृत था इसीलिए कराया गया है ,और खेतों में चकरोड भी हमारे द्वारा बनाई जाती है,और भी कई कार्य हैं जो हमारे द्वारा आबादी क्षेत्रों में कराए जा रहे हैं,
दीपक वर्मा
अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग, हरिद्वार
50 लाख में पूरे गांव की सड़क बन जाती लेकिन इतनी बड़ी धनराशि को यहां बर्बाद किया गया है, इसके लिए उच्च अधिकारियों तक शिकायत की जाएगी ।
रवि कुमार
सदस्य क्षेत्र पंचायत नूरपुर पंजनहेड़ी ब्लॉक बहादराबाद