सामने आया बच्चे को डुबोकर मारने के आरोपों का सच
रिपोर्ट: दिशा शर्मा, हरिद्वार।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया हैरान करने वाला सच।
हरिद्वार। करण निवासी कडच्छ ज्वालापुर एवं आयुष निवासी गुसाई गली खड़खड़ी हरिद्वार ने कल दोपहर चौकी हरकी पैडी पर पहुँचकर सूचना दी कि महिला घाट पर 02 औरते एवं 01 व्यक्ति अपने 06-07 साल के बच्चे को जबरदस्ती बार-बार पानी में डूबाकर जान से मारने का प्रयास कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस टीम तत्काल महिला घाट पहुंची तो पाया कि लोगों ने दो महिला एवं एक पुरुष को घेरकर भला-बुरा कह रहे हैं। अशान्त माहौल को काबू करते हुए टीम ने अचेत अवस्था में पड़े बच्चे को बिना देरी के तुरन्त सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उक्त बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा पंचनामा की कार्यवाही पूरी कर बच्चे के मृत्यु के कारण को स्पष्ट जानने के लिये पोस्टमार्टम कराया गया
तथा हरकी पैडी के घाटों पर लगे सीसीटीवी कैमरो को भी चैक किया गया। मृतक बच्चे के साथ मौजूद दोनों महिलाओं एवं पुरुष से पूछताछ करने पर सामने आया कि दिल्ली निवासी राजकुमार
फूल माला बेचने का कार्य कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, उनका 07 वर्षीय पुत्र रवि काफी समय से बीमार था।
जिसे अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल दिल्ली में बच्चे के उपचार के दौरान चिकित्सकों रवि के ब्लड कैंसर की गम्भीर बीमारी से ग्रसित होने की जानकारी देते हुए बताया कि उसका जीवन बचना सम्भव नहीं है। जिसके बाद राजकुमार एवं उनकी पत्नी शांति मन में भगवान की आस्था के कारण बच्चे को ठीक करने की मंशा लिए दिल्ली निवासी सुधा के साथ कैब कार बुक कराकर बच्चे को हरिद्वार गंगा जी में नहलाने एवं माता मंशा मन्दिर ले जाने के लिए हरिद्वार पहुँचे। गाजियाबाद के आस-पास बच्चे रवि द्वारा हरकत करना बन्द कर दिया लेकिन माता-पिता को लगा कि वह सो रहा है। दोपहर करीब 01.50 बजे के आस-पास ये सभी बच्चे के साथ महिला घाट हरकी पैडी पर पहुँचे, जहाँ पर उनके द्वारा बच्चे को गंगा जी में डुबकी लगवाई गयी।
महिला घाट पर स्नान करने वाले एवं स्थानीय लोगों को लगा कि उक्त लोगों बच्चे को गंगाजी में डूबा रहे हैं, जिससे उससे की मृत्यु हो सकती थी। जिस कारण आम जनता आक्रोशित हो गयी। कुछ लोगों द्वारा उक्त घटना की फोटो एवं वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दी गयी।
उक्त घटना के सम्बन्ध में सोशल मीडिया एवं कुछ न्यूज/पोर्टल्स चैनल में सही तथ्यों के अभाव में गलत खबर प्रसारण किया जा रहा था। अब स्थानीय पुलिस द्वारा की गई जाँच एवं प्राप्त हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट हो चुका है कि उक्त बच्चे के मृत्यु का कारण Malignancy severe anemia है। बच्चे की मृत्यु ब्लड कैंसर एवं खून की अत्यधिक कमी के कारण होना पाया गया तथा बच्चे के फेफड़ों में पानी नही मिला जिससे स्पष्ट हुआ कि बच्चे की मृत्यु पानी में डूबने से नहीं हुई एवं मृत्यु पोस्टमार्टम होने से लगभग 06 घण्टे पूर्व होना पाया गया यानि हरिद्वार पहुंचने से लगभग 3 घंटा पहले ही मार्ग में बच्चे की मृत्यु हो चुकी थी।