हल्द्वानी। इस बार सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा 5 अप्रैल को आयोजित होगी, जबकि पहले यह परीक्षा हर साल जनवरी के पहले सप्ताह में होती थी। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने अब इस परीक्षा की तारीख की पुष्टि कर दी है, जिससे पहले उत्पन्न हुई भ्रम की स्थिति भी समाप्त हो गई है।
सैनिक स्कूलों का उद्देश्य भारतीय सेना में अधिकारियों को तैयार करना है, और यह स्कूल भारतीय सेवा में अधिकारी बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होते हैं। देशभर में 33 सैनिक स्कूल हैं, जिनमें हर साल कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इन स्कूलों में अध्ययन करने के बाद कई अधिकारी भारतीय सेना के उच्च पदों तक पहुंचे हैं।
परीक्षा की तारीख पहले जनवरी में तय होती थी, लेकिन इस बार राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने 25 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए और 24 जनवरी तक परीक्षा शुल्क जमा करने की समयसीमा रखी थी। फरवरी में परीक्षा आयोजित होने की उम्मीद थी, लेकिन अब एनटीए ने सभी अटकलों को समाप्त करते हुए सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की तारीख 5 अप्रैल घोषित कर दी है।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है। ग्रुप कैप्टन वीएस डंगवाल, प्रधानाचार्य, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने बताया कि परीक्षा आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने सभी परीक्षा केंद्रों को दिशा-निर्देश भेज दिए हैं और अब सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।